किसीभी शनिवार की रात्रि में यह प्रयोग प्रारम्भ करे। किसीभी पात्र में कुंकुम का स्वस्तिक बनाकर उसपर महालक्ष्मी यन्त्र स्थापित करे।
इस के बाद उस यन्त्र का पूजन करे , आप यन्त्र अक्षत पुष्प, धुप और दीप से कर सकते है। इस के बाद यन्त्र पैर अपनी दृष्टि बनाकर एक घंटे तक मंत्र जाप करे।
ॐ प्रां प्रिं ह्रीम महालक्ष्मी प्रसादयति स्वाहा।
९ दिन का प्रयोग है। बाद में यन्त्र को पूजा में प्रस्थापित कर सकतेहै।
इस के बाद उस यन्त्र का पूजन करे , आप यन्त्र अक्षत पुष्प, धुप और दीप से कर सकते है। इस के बाद यन्त्र पैर अपनी दृष्टि बनाकर एक घंटे तक मंत्र जाप करे।
ॐ प्रां प्रिं ह्रीम महालक्ष्मी प्रसादयति स्वाहा।
९ दिन का प्रयोग है। बाद में यन्त्र को पूजा में प्रस्थापित कर सकतेहै।
0 comments:
Post a Comment